Thursday, 29 September 2022

dohe

 

दु:ख सभी हरते वही, मन मत करो उदास,

सुख देते  हैं  रामजी, रखो हृदय विश्वास l

लीला सब प्रभु राम की,रहो राम में लीन,

आश्रय पाओ राम का, सदा रहो तल्लीन l

राक्षस कुल का नाश कर, विजयी हुये थे राम,

अहंकार  जिसने  किया, उसको  लगा विराम l

सद्प्रवृति अपनाये जो, उसको मिलते राम,

दुष्प्रवृति हम  छोड़  दें, बन जायेंगे काम l

राम सहायक ही रहें, पवन पुत्र हनुमान,

हम भी सेवक राम के,गायें प्रभु के गान l

डा0 हरिमोहन गुप्त

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