गेरों से भी अपना सा, दिखलायें अपनापन,
देश पर निछावर हो हम सबका तन, मन, धन |
वर्ग भेद छोड़ें सब, हिल मिल कर रह पायें,
तो भविष्य अच्छा है, होगा तब अभिनन्दन |
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