Monday, 3 July 2023

 

गर्दिश में अपने दिन भी क्रूर होते हैं,

गैर तो  गैर  अपने  भी दूर होते हैं l

चाहते हैं सजायें खुआबों की महफिल,

कमबख्त अरमान  भी   चूर होते हैं l

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