सोच सदा अच्छी रहे, दया हृदय में पास,
पाओगे परिणाम तुम, जग बन जाए दास |
स्वच्छ वस्त्र पहिनो सदा, आसन भी हो स्वच्छ,
बस सुगन्ध हो पास में, स्वच्छ सदा हो कक्ष |
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