जमा समय से बिल करो, रहो समय पाबन्द,
पाँच मिनट आगे घड़ी, रखो, रहो सानन्द |
पुष्प सुगन्धित यदि मिलें, सूंघो प्रात: रोज,
शांत रहे मस्तिष्क, मन, यही अनूठी खोज |
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