सर्दी, गर्मी, छोड़ कर, आगे आयें लोग,
अच्छे लोगों को चुनें, तो होगा उपयोग |
घर पर हम बैठें रहें, रोयें पाँचों साल,
पछताना हम को पड़े, तोड़ें हम यह जाल.
No comments:
Post a Comment