दुआ ही मांगते हैं यह, सजे पकवान हर थाली,
रहे रोशन सदा बगिया, खिलें बस फूल हर डाली.
बढायें भाई चारा हम, मुवारक वाद हो सबको,
मनें बस ईद खुशियों से, रहे बस रोज दिवाली.
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