“कौआ कान ले गया” चित को क्यों भरमायें,
कुछ ने कुछ कह दिया सत्य उसको क्यों मानें.
आँखों देखा सत्य झूँठ भी हो सकता है,
क कभी अकारण जन्म लिया करती शंकाएं |
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