तुम
दूसरों की रोटियों पर मत पलो,
तुम
बाँट कर
खाओ, सदा फूलो फलो.
सन्गठन
में शक्ति है, इसको समझ लो,
रास्ता है
ऐक, तुम सदा मिल कर चलो.
दिन में
ऐसे काम, रात में सुख से सोयें,
चार मास
विश्राम, आठ में तन सुख खोएँ.
जीवन में
हरि नाम, गाँठ ही ऐसी बाँधें,
पहुँच
सकें सुर धाम, पाप सब अपने धोएं.
असली हर
किरदार, आपका ही परिचय है,
वही सफल
है, जिसका होता द्दढ निश्चय है.
आप निभाते
वही कि जिसकी मिली भूमिका,
सच मानो
तो यहाँ जिन्दगी खुद अभिनय है.
रंग मन्च के अभिनय में सहगान बना दो,
साहस देकर मुझको भी बलवान बना दो.
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