जग
को करे प्रकाशित सचमुच हिन्दी का साहित्य,
बुन्देली अरु ब्रज भाषा का इसमें है लालित्य |
करें समाहित भाषाओं को, रखे ब्याकरण हिन्दी,
हिन्दी भाषा का सम्बर्धन, ऐसा हो साहित्य |
2- हिन्दी
भाषा सरल, लिखा
ही पढ़ते हैं सब,
बोल चाल में शिष्ट, ऊँचाई चढ़ते हैं
सब |
संस्कृत भाषा जननी इसकी रही सदा से,
इसके सम्बर्धन से आगे बढ़ते हैं सब |
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