Wednesday, 25 September 2024

मज़हब हमारे भिन्न, मगर धर्म  एक हो,

धरती पवित्र माँ  है , इरादा तो  नेक हो

अनेकता  में  एकता , सिद्धान्त  हमारा

बलिदान के हित एक नहीं तुम अनेक हो

  

No comments:

Post a Comment