Monday, 16 September 2024

                                           मिथ्या स्वाभिमान  ने हमको, उपभोगवाद में बाँट दिया है,

भोतिकविकास ने मानव को,मानव से सच में अलग किया है l

अब सुख का आधार हमारा, अलगाव वाद में भटक गया है,

                                 मेरा है विश्वास अकारण,अभिशाप सहज में यहाँ लिया है l                     मिथ्या स्वाभिमान  ने हमको, उपभोगवाद में बाँट दिया है,

भोतिकविकास ने मानव को,मानव से सच में अलग किया है l

अब सुख का आधार हमारा, अलगाव वाद में भटक गया है,

   मेरा है विश्वास अकारण,अभिशाप सहज में यहाँ लिया है l

मिथ्या स्वाभिमान  ने हमको, उपभोगवाद में बाँट दिया है,

भोतिकविकास ने मानव को,मानव से सच में अलग किया है l

अब सुख का आधार हमारा, अलगाव वाद में भटक गया है,

 मेरा है विश्वास अकारण,अभिशाप सहज में यहाँ लिया है l

मिथ्या स्वाभिमान  ने हमको, उपभोगवाद में बाँट दिया है,

भोतिकविकास ने मानव को,मानव से सच में अलग किया है l

अब सुख का आधार हमारा, अलगाव वाद में भटक गया है,

 मेरा है विश्वास अकारण,अभिशाप सहज में यहाँ लिया है l

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