लालच बुरी बला है इसको सभी जानते,
अर्ध छोड़ सारे को धावे बुरा मानते l
किन्तु स्वार्थ का संग्रह से नजदीकी नाता,
इसीलिये तो सभी फँसे, बस यही चाहते l
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