तुलसीदास=
हिन्दी के
साहित्य में राम रहे
हैं पास,
उनके चरणों
में झुके धरती औ आकाश.
वे जीवित हैं आज, जियेंगे
युगों युगों तक,
हिन्दी के
साहित्य शिरोमणि सबकेतुलसीदास.
(ब
रामचरित मानस को लिख कर,
किया विश्व में
अपना नाम,
वेद, पुराण,उपनिषद को भर,
कर डाला
ऐसा था काम.
राम नाम की
महिमा गा कर,
घर घर में बैठे श्री राम,
तुलसी को रवि माना जग ने,
हम उनको बस करें
प्रणाम.|
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