उगाओ प्रीति हरयाली,
बंधाओ प्रेम की राखी,
करो सम्मान नारी का,
सजाओ इस धरा को तुम,
जगाओ शौर्य को अपने,
दया का भाव मन हो,
जियेंगे शान्ति हित में हम,
झुकाओ इस गगन को तुम |
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