Tuesday, 6 August 2024

 

कर्म प्रधान  मानते जग में, वे रहते  सानन्द

सिद्धि साधना में रत जो  हैं, पाते परमानन्द l

जागो,उठो,बढो तुम आगे,तुम्हें लक्ष्य तक जाना,

सत्य  आचरण जो अपनाये, वही विवेकानन्द l

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