सत्य छिपा है जो शास्त्रों में, उसे निकालें बाहर,
और मठों की दीवालों से, उसे हटायें जाकर l
सम्प्रदाय जो इस पर बस, अधिकार मानते अपना,
हमे छीन कर उनसे लाना, करना हमें उजागर l
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