सदा विलासता मृत्यु, और संयम है जीवन,
विषय वासना भार, त्याग ही है अमूल धन.
धैर्य और दृढता से जो इनिद्रयजित रहता,
ईश्वर में विश्वास पायेगा ईश्वर दर्शन,
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