खुद जैसा तुम चाहते, वैसा दो तुम मान, स्वत: तुम्हें मिल जायगा, यश ,वैभव, सम्मान l
सदाचार के पाठ को, ऐसी छोड़ो छाप,
हत्या या फिर व्यसन भी, बन जायेंगे पाप l
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