Wednesday, 15 May 2024

क्षमा करें इक बार ही, किन्तु नहीं दो बार,

      दया व्यर्थ हो जायगी, क्षमा किया हर बार |

 

               जान लीजिये  इसे  भी, कब रहना है मौन,

               उचित बोलना है भला, तुमसे बढ़ कर कोन | 

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