रेस्टोरेंट में जब कभी, आप बनें मेहमान,
मीनू आप न देखिये, पाओगे सम्मान |
आवश्यक जो काम हैं, प्रथम करें श्री मान,
शेष काम हों बाद में, इसे लीजिये मान |
No comments:
Post a Comment