आप अगर यह चाहते, जग में हो सम्मान,
कार्य श्रेठतम कीजिये, यही बने पहिचान |
आप बचाएं आय से, दस प्रतिशत श्री मान,
यह भविष्य निधि आपकी, सोयें सीना तान |
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