Sunday, 13 November 2022

 

जिसमें साहस, शौर्य, धेर्य हो, नहीं किसी से वे डरते हैं,

आगे की जो सोचा करते, सही समझ कर  पग धरते हैं |

कवि, सपूत, अरु सिंह सदा ही लीक छोड़ आगे चलते हैं,

जो  करते हैं  युग परिवर्तन, नई राह पर   वे बढ़ते हैं |

 

शब्द सुमन से, कृपा दृष्टि से, भर दी मेरी अंजलि,

चरणों में अर्पित करते हैं, तुमको  हम  पुष्पांजलि |

सदा सत्य पथ, सीमित इच्छा को  सदैव स्वीकारा,

मार्ग प्रदर्शक बने  रहें बस, स्वीकारें  श्रद्धान्जलि |

 

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