जिसमें साहस, शौर्य, धेर्य हो, नहीं किसी
से वे डरते हैं,
आगे की जो सोचा करते, सही समझ कर पग धरते हैं |
कवि, सपूत, अरु सिंह सदा ही लीक छोड़ आगे
चलते हैं,
जो
करते हैं युग परिवर्तन, नई राह
पर वे बढ़ते हैं |
शब्द सुमन से, कृपा दृष्टि से, भर दी मेरी
अंजलि,
चरणों में अर्पित करते हैं, तुमको हम
पुष्पांजलि |
सदा सत्य पथ, सीमित इच्छा को सदैव स्वीकारा,
मार्ग प्रदर्शक बने रहें बस, स्वीकारें श्रद्धान्जलि |
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