Tuesday, 8 November 2022

 

 भौतिक सुख, सुख मानते, कारण है अज्ञान,

   सच्चा सुख आध्यात्म सुख, अनुभव है जान l

उसकी यदि होगी कृपा, होगा तब आभास,

नहीं दूर वह आपसे, वह  तो  रहता पास l

    ईश्वर अल्ला  ऐक  है, गीता  पढ़ो कुरान,

   सत्य अहिंसा साथ में, क्षमा,शील अरु दान l

द्वेत और अद्वेत में, फँसा आज संसार,

निराकार ही मान कर, भजो उसे साकार l

     मानो तो वह ऐक है, यह संसार असार,

      ऐसा कुछ होता नहीं, निराकार, साकार l

 

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