Thursday 5 January 2023

 

         जन्म,मृत्यु के बीच खड़ा यह वर्तमान है,

        जीव मृत्यु की ओर बढ़ रहा, कहाँ भान है ?

        जिसका होता जन्म, मृत्यु भी निश्चित होती,

        अल्प समय है, सदुपयोग कर, कहाँ ध्यान है |

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