सरल, सरस है, और सोच में जग कल्याणी,
कोई सोचे उसे झुका ले, वह अभिमानी l
यों तो कवि साधक, भावुक है, अपने ढंग का,
सदा सत्य का पक्षकार, निर्मल वह प्राणी l
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