Friday, 15 December 2023

लोभ और निर्लज्यता, गर्व संग है क्रोध,

       मानवता की राह  में, वे बनते अवरोध l    

 

            स्वयम वृति से जीविका, हों निरोग यह ठान,

            ऋणी न होना किसी के, ये सुख मान प्रधान l

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