मन में हो यदि चाहना,मन में यदि हो भान,
वह अवश्य मिल जायगा, इसको भी तू मान |
निराकार तक पहुंचना, यह ही सत्य विधान,
सरल क्रिया कोई मिले, हो तुझसे पहिचान |
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