भाई ,भाई से लड़ें, अलग अलग हों द्वार,
अपना घर बंट जाय तो ,कब रहता है प्यार l
कल तक सबमें प्रेम था, आदर था सदभाव,
अलग अलग अब हो गये, बदले सभी स्वभाव l
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