Sunday, 17 March 2024

 

 भाई ,भाई से लड़ें, अलग अलग  हों द्वार,

     अपना घर बंट जाय तो ,कब रहता है प्यार l

 

         कल तक सबमें प्रेम  था, आदर  था सदभाव,

         अलग अलग अब हो गये, बदले सभी स्वभाव l

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