Tuesday, 26 March 2024

 

होली

लिये सस्नेह हाथों में,

लगाओ प्रेम का टीका,

जला कर बैर होली में,

बढाओ प्रीति पावन तुम |

बढ़ें नजदीकियाँ हम में,

रहे उत्साह सबके मन,

फिलें चेहरे, प्रफुल्लित मन,

भुलादें भेद सारे हम |

नहीं शिकवे शिकायत हों,

गले मिल जाँय हम सबसे,

विनय है ईश से मेरी,

हमें सद बुद्धि ऐसी दे |

गले मिल जाँय हम सबसे,

 नहीं हो कोई मन में भय,

नहीं शिकवे शिकायत हो,

   मने त्यौहार मंगलमय |

रहे अब भाई चारा ही,

 मनायें आज पावन पर्व,

   सदा हों आप हर्षित मन,

    सफल हो आप से परिचय |

                                  पावनपर्व पर शुभ कामनाएं    डा. हरिमोहन गुप्त 

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