Friday, 29 March 2024

 

 कोई भाषी  हम  रहें, ऐक  समूचा देश,

      बिना प्रलोभन से करें,लोभ नहीं लवलेश.

 

         हम भारत के नागरिक, लोकतन्त्र पहिचान,

          आस्था रक्खें हम सभी, अपना बना विधान |

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