जोड़ तोड़ में अनुभवी, कहें चाहिये नाम, अवसर वादी के सदा, बनते काम तमाम l
यही सोच अब बन रही, दाम करें सब काम,
वोट खरीदें सभी दल, तभी मिले आराम l
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