छोटी के आगे बड़ी, खीचें सही लकीर,
यों विकास के रंग भरें, सुन्दर हो तस्वीर l
ऐक दूसरे पर यहाँ, छींटा कसते रोज
जनता यों ही देखती, सभी मनाते मौज l
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