कान दूसरा ना सुने, आँख रहे अनजान,
सब कुछ हो परमार्थ हित, वही श्रेष्ठ है दान l
मन चन्चल,लालच प्रबल, लोभी,मन कमजोर,
वुधि,विवेक जाग्रत करें, यद्यपि मन चितचोर l
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