लोभ मोह को त्याग कर, करते जो सत्संग,
धन्य वही चढ़ता जिन्हें, राम भक्ति का रंग l
चार शत्रु ये प्रबल हैं, काम,क्रोध ,मद,लोभ,
जो इनसे बच कर रहा, नहीं सताता क्षोभ l
लोभ मोह को त्याग कर, करते जो सत्संग,
धन्य वही चढ़ता जिन्हें, राम भक्ति का रंग l
चार शत्रु ये प्रबल हैं, काम,क्रोध ,मद,लोभ,
जो इनसे बच कर रहा, नहीं सताता क्षोभ l
लोभ मोह को त्याग कर, करते जो सत्संग,
धन्य वही चढ़ता जिन्हें, राम भक्ति का रंग l
चार शत्रु ये प्रबल हैं, काम,क्रोध ,मद,लोभ,
जो इनसे बच कर रहा, नहीं सताता क्षोभ l
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