निद्रा ,मैथुन, भूख, भय, नर पशु में है
ऐक,
बुद्धिमान
पशु से अधिक,नर में अधिक विवेक l
फिर
भी पशु संयम करें, नर को है धिक्कार,
चारों में
है अतिक्रमण, गलती बारम्बार l
आधी
रोटी खाइये, रहे
इरादा नेक,
तो पूरी तुम खावगे, आडम्बर तो फेक l
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