Thursday, 25 January 2024

 

 स्तुति पा हर्षे नहीं, ना निन्दा सुन शोक,

            दोनों में समभाव हो, वह महान इह लोक |

    

     प्रभु की महिमा, नाम गुण, देखें सदा चरित्र,

     श्रृद्धा से नित ही सुनें, भगवत कृपा पवित्र |

 

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