प्रभु की महिमा, नाम गुण, देखें सदा चरित्र,
श्रृद्धा से नित ही सुनें, भगवत कृपा पवित्र |
मन में चिन्तन ईश का, नित्य करें गुणगान,
जो उसको सुमरे सदा, हृदय बसें भगवान |
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