Sunday, 14 January 2024

  लोभ मोह को त्याग कर, करते  जो सत्संग,

      धन्य वही चढ़ता जिन्हें, राम भक्ति का रंग l   

 

              चार शत्रु ये प्रबल हैं, काम,क्रोध ,मद,लोभ,

              जो इनसे बच कर रहा, नहीं सताता क्षोभ l 

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