Thursday, 18 January 2024

 

 यदि घमण्ड बढ़ता कभी, होता नष्ट विवेक,

      अहंकार बस  छोड़ दो, यह  सलाह है नेक l

 

             धैर्य, धर्म , निर्भीकता, सभी  बुलाएँ  पास,

            त्यागें यदि हम भीरुता, बने परिस्थिति दास l

 

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