Wednesday, 2 October 2024

 

जिसे प्रेम जीवन से  होता, वह सुधारता  है  अपने को,

दृष्टिकोण तो स्वयं बदलता, जीवित करता वह सपने को |

करो कर्म उत्कृष्ट, साथ ही छवि अपनी हो स्वच्छ निरापद,

तभी कर्मफल मिल पायेगा, शक्ति मिले उससे  लड़ने को |

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