दिव्य शक्ति है पास तुम्हारे, तुम चरित्र निर्माता,
गुणी, पारखी सब प्रकार हो, सद्गुण तुमको भाता |
त्याग करो जीवन में निशदिन, तो पवित्रता आये,
अनुशासन का सम्बल रक्खो, वह ही बड़ा विधाता |
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