Monday, 28 October 2024

 जग सुधर जायेगा, खुद को  सुधारिये,

दाग चेहरे  के  दिखें, दर्पण  दिखाइये |

अँधेरे की क्या मजाल कि वह रह सके,

रोशनी  हो  जायेगीदीपक  जलाइये |

जग सुधर जायेगा, खुद को  सुधारिये,

दाग चेहरे  के  दिखें, दर्पण  दिखाइये |

अँधेरे की क्या मजाल कि वह रह सके,

रोशनी  हो  जायेगीदीपक  जलाइये 

|जग सुधर जायेगा,


खुद को  सुधारिये,

दाग चेहरे  के  दिखें, दर्पण  दिखाइये |

अँधेरे की क्या मजाल कि वह रह सके,

रोशनी  हो  जायेगीदीपक  जलाइये |

जग सुधर जायेगा, खुद को  सुधारिये,

दाग चेहरे  के  दिखें, दर्पण  दिखाइये |

अँधेरे की क्या मजाल कि वह रह सके,

रोशनी  हो  जायेगी,  दीपक  जलाइये |

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