जग सुधर जायेगा, खुद को सुधारिये,
दाग चेहरे के
दिखें, दर्पण दिखाइये |
अँधेरे की क्या
मजाल कि वह रह सके,
रोशनी हो जायेगी, दीपक जलाइये |
दाग चेहरे के
दिखें, दर्पण दिखाइये |
अँधेरे की क्या
मजाल कि वह रह सके,
रोशनी हो जायेगी, दीपक जलाइये
|
खुद को सुधारिये,
दाग चेहरे के
दिखें, दर्पण दिखाइये |
अँधेरे की क्या
मजाल कि वह रह सके,
रोशनी हो
जायेगी, दीपक जलाइये |
जग सुधर जायेगा, खुद को सुधारिये,
दाग चेहरे के
दिखें, दर्पण दिखाइये |
अँधेरे की क्या
मजाल कि वह रह सके,
रोशनी हो
जायेगी, दीपक जलाइये |
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