Monday, 26 December 2022

 

हमको क्या करना है जग में, लक्ष्य बनाओ निश्चित,

जीना, मरना तो  जीवन क्रम, भटके, हुये  पराजित |

आये हैं  किस हेतु  धरा पर, इस पर  करिये मंथन |

      व्यर्थ जायगा यह जीवन ही, फिर क्या मिले कदाचित |

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