Sunday, 4 December 2022

 

श्रम की खाद जहाँ खेतों में, और वहाँ अनुभव का पानी,

सीख बड़ों से हमको मिलती, सिरोधार्य हो उनकी वाणी |

मौसम हो अनुकूल हमारे, प्रभु की कृपा सदैव रहे यदि,

स्वच्छ विचारों के बीजों से, फसल उगेगी बहुत सुहानी |

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