चन्दन हर पोधा महकाये जो समीप है,
जग को जो आलोकित कर दे वही दीप है l
पत्थर चोट सहे, पर फल दें वृक्ष यहाँ पर,
पानी पी कर मोती उगले वही सीप है
जग को जो आलोकित कर दे वही दीप है l
पत्थर चोट सहे, पर फल दें वृक्ष यहाँ पर,
पानी पी कर मोती उगले वही सीप है
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