Tuesday, 4 October 2022

मुक्तक

 

आओ करें  सँगठन  मारें  अहंकार  का  रावण,

और भयातुर कंस  मार कर  ढूढें  उसका कारण.

यहाँ पनपती ,हिंसा, चोरी, असत भावना निशदिन,

मिलकर उसको रोक सकें तो तभी शान्ति संचारण

डा0 हरिमोहन गुप्त .

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